महाभारतम् — 3.145.27
Original
Segmented
विशालैः अग्नि-शरणैः स्रुच्-भाण्डैः आचितम् शुभैः महद्भिस् तोय-कलशैः कठिनैः च उपशोभितम् शरण्यम् सर्व-भूतानाम् ब्रह्मघोष-निनादितम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
विशालैः | विशाल | pos=a,g=n,c=3,n=p |
अग्नि | अग्नि | pos=n,comp=y |
शरणैः | शरण | pos=n,g=n,c=3,n=p |
स्रुच् | स्रुच् | pos=n,comp=y |
भाण्डैः | भाण्ड | pos=n,g=n,c=3,n=p |
आचितम् | आचि | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
शुभैः | शुभ | pos=a,g=n,c=3,n=p |
महद्भिस् | महत् | pos=a,g=n,c=3,n=p |
तोय | तोय | pos=n,comp=y |
कलशैः | कलश | pos=n,g=n,c=3,n=p |
कठिनैः | कठिन | pos=a,g=n,c=3,n=p |
च | च | pos=i |
उपशोभितम् | उपशोभय् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
शरण्यम् | शरण्य | pos=a,g=m,c=2,n=s |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
भूतानाम् | भूत | pos=n,g=n,c=6,n=p |
ब्रह्मघोष | ब्रह्मघोष | pos=n,comp=y |
निनादितम् | निनादय् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |