महाभारतम् — 3.142.2
Original
Segmented
दुर्बलाः क्लेशिताः स्म इति यद् अशक्ये ऽपि व्रजाम इति धनञ्जय-दिदृक्षया
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
दुर्बलाः | दुर्बल | pos=a,g=m,c=1,n=p |
क्लेशिताः | क्लेशय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
स्म | स्म | pos=i |
इति | इति | pos=i |
यद् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अशक्ये | अशक्य | pos=a,g=n,c=7,n=s |
ऽपि | अपि | pos=i |
व्रजाम | व्रज् | pos=v,p=1,n=p,l=lot |
इति | इति | pos=i |
धनञ्जय | धनंजय | pos=n,comp=y |
दिदृक्षया | दिदृक्षा | pos=n,g=f,c=3,n=s |