महाभारतम् — 3.141.1
Original
Segmented
युधिष्ठिर उवाच अन्तर्हितानि भूतानि रक्षांसि बलवन्ति च अग्निना तपसा च एव शक्यम् गन्तुम् वृकोदर
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
अन्तर्हितानि | अन्तर्धा | pos=va,g=n,c=1,n=p,f=part |
भूतानि | भूत | pos=n,g=n,c=1,n=p |
रक्षांसि | रक्षस् | pos=n,g=n,c=1,n=p |
बलवन्ति | बलवत् | pos=a,g=n,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
अग्निना | अग्नि | pos=n,g=m,c=3,n=s |
तपसा | तपस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
शक्यम् | शक्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
गन्तुम् | गम् | pos=vi |
वृकोदर | वृकोदर | pos=n,g=m,c=8,n=s |