Original

स वै प्रविशमानस्तु शूद्रेणान्धेन रक्षिणा ।निगृहीतो बलाद्द्वारि सोऽवातिष्ठत पार्थिव ॥ १८ ॥

Segmented

स वै प्रविशमानस् तु शूद्रेण अन्धेन रक्षिणा निगृहीतो बलाद् द्वारि सो ऽवातिष्ठत पार्थिव

Analysis

Word Lemma Parse
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
वै वै pos=i
प्रविशमानस् प्रविश् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
तु तु pos=i
शूद्रेण शूद्र pos=n,g=m,c=3,n=s
अन्धेन अन्ध pos=a,g=m,c=3,n=s
रक्षिणा रक्षिन् pos=a,g=m,c=3,n=s
निगृहीतो निग्रह् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
बलाद् बल pos=n,g=n,c=5,n=s
द्वारि द्वार् pos=n,g=f,c=7,n=s
सो तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
ऽवातिष्ठत अवस्था pos=v,p=3,n=s,l=lan
पार्थिव पार्थिव pos=n,g=m,c=8,n=s