Original

समिद्धेऽग्नावुपकृत्याङ्गमङ्गं होष्यामि वा मघवंस्तन्निबोध ।यद्येतदेवं न करोषि कामं ममेप्सितं देवराजेह सर्वम् ॥ २८ ॥

Segmented

समिद्धे अग्नौ उपकृत्य अङ्गम् अङ्गम् होष्यामि वा मघवंस् तत् निबोध यदि एतत् एवम् न करोषि कामम् मे ईप्सितम् देवराजैः इह सर्वम्

Analysis

Word Lemma Parse
समिद्धे समिन्ध् pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part
अग्नौ अग्नि pos=n,g=m,c=7,n=s
उपकृत्य उपकृ pos=vi
अङ्गम् अङ्ग pos=n,g=n,c=2,n=s
अङ्गम् अङ्ग pos=n,g=n,c=2,n=s
होष्यामि हु pos=v,p=1,n=s,l=lrt
वा वा pos=i
मघवंस् मघवन् pos=n,g=m,c=8,n=s
तत् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
निबोध निबुध् pos=v,p=2,n=s,l=lot
यदि यदि pos=i
एतत् एतद् pos=n,g=n,c=2,n=s
एवम् एवम् pos=i
pos=i
करोषि कृ pos=v,p=2,n=s,l=lat
कामम् काम pos=n,g=m,c=2,n=s
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
ईप्सितम् ईप्सय् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
देवराजैः देवराज pos=n,g=m,c=8,n=s
इह इह pos=i
सर्वम् सर्व pos=n,g=m,c=2,n=s