महाभारतम् — 3.133.8
Original
Segmented
द्वारपाल उवाच सरस्वतीम् ईरय वेद-जुष्टाम् एक-अक्षराम् बहु-रूपाम् विराजम् अङ्ग-आत्मानम् समवेक्षस्व बालम् किम् श्लाघसे दुर्लभा वाद-सिद्धिः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
द्वारपाल | द्वारपाल | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
सरस्वतीम् | सरस्वती | pos=n,g=f,c=2,n=s |
ईरय | ईरय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
वेद | वेद | pos=n,comp=y |
जुष्टाम् | जुष् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
एक | एक | pos=n,comp=y |
अक्षराम् | अक्षर | pos=n,g=f,c=2,n=s |
बहु | बहु | pos=a,comp=y |
रूपाम् | रूप | pos=n,g=f,c=2,n=s |
विराजम् | विराज् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अङ्ग | अङ्ग | pos=n,comp=y |
आत्मानम् | आत्मन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
समवेक्षस्व | समवेक्ष् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
बालम् | बाल | pos=a,g=m,c=2,n=s |
किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
श्लाघसे | श्लाघ् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
दुर्लभा | दुर्लभ | pos=a,g=f,c=1,n=s |
वाद | वाद | pos=n,comp=y |
सिद्धिः | सिद्धि | pos=n,g=f,c=1,n=s |