महाभारतम् — 3.133.4
Original
Segmented
ऐन्द्रद्युम्नेः यज्ञ-दृः इह आवाम् विवक्षू वै जनक-इन्द्रम् दिदृक्षू न वै क्रोधाद् व्याधिना एव उत्तमेन संयोजय द्वारपाल क्षणेन
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ऐन्द्रद्युम्नेः | ऐन्द्रद्युम्नि | pos=n,g=m,c=6,n=s |
यज्ञ | यज्ञ | pos=n,comp=y |
दृः | दृश् | pos=n,g=m,c=1,n=d |
इह | इह | pos=i |
आवाम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=d |
विवक्षू | विवक्षु | pos=a,g=m,c=1,n=d |
वै | वै | pos=i |
जनक | जनक | pos=n,comp=y |
इन्द्रम् | इन्द्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
दिदृक्षू | दिदृक्षु | pos=a,g=m,c=1,n=d |
न | न | pos=i |
वै | वै | pos=i |
क्रोधाद् | क्रोध | pos=n,g=m,c=5,n=s |
व्याधिना | व्याधि | pos=n,g=m,c=3,n=s |
एव | एव | pos=i |
उत्तमेन | उत्तम | pos=a,g=m,c=3,n=s |
संयोजय | संयोजय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
द्वारपाल | द्वारपाल | pos=n,g=m,c=8,n=s |
क्षणेन | क्षण | pos=n,g=m,c=3,n=s |