महाभारतम् — 3.131.31
Original
Segmented
लोमश उवाच तत् पाण्डवेय सदनम् राज्ञस् तस्य महात्मनः पश्यस्व एतत् मया सार्धम् पुण्यम् पाप-प्रमोचनम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
लोमश | लोमश | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
पाण्डवेय | पाण्डवेय | pos=n,g=m,c=8,n=s |
सदनम् | सदन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
राज्ञस् | राजन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
महात्मनः | महात्मन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
पश्यस्व | पश् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
सार्धम् | सार्धम् | pos=i |
पुण्यम् | पुण्य | pos=a,g=n,c=2,n=s |
पाप | पाप | pos=n,comp=y |
प्रमोचनम् | प्रमोचन | pos=a,g=n,c=2,n=s |