महाभारतम् — 3.131.17
Original
Segmented
श्येन उवाच न वराहम् न च उक्षाणम् न मृगान् विविधांस् तथा भक्षयामि महा-राज किम् अन्नाद्येन तेन मे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
श्येन | श्येन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
न | न | pos=i |
वराहम् | वराह | pos=n,g=m,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
च | च | pos=i |
उक्षाणम् | उक्षन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
मृगान् | मृग | pos=n,g=m,c=2,n=p |
विविधांस् | विविध | pos=a,g=m,c=2,n=p |
तथा | तथा | pos=i |
भक्षयामि | भक्षय् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
राज | राज | pos=n,g=m,c=8,n=s |
किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अन्नाद्येन | अन्नाद्य | pos=n,g=n,c=3,n=s |
तेन | तद् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |