Original

भीमस्य पादौ कृत्वा तु स्व उत्सङ्गे ततो बलात् ।पर्यमर्दत संहृष्टा कल्याणी मृदुपाणिना ॥ ८७ ॥

Segmented

भीमस्य पादौ कृत्वा तु स्व उत्सङ्गे ततो बलात् पर्यमर्दत संहृष्टा कल्याणी मृदु-पाणिना

Analysis

Word Lemma Parse
भीमस्य भीम pos=n,g=m,c=6,n=s
पादौ पाद pos=n,g=m,c=2,n=d
कृत्वा कृ pos=vi
तु तु pos=i
स्व स्व pos=a,g=m,c=7,n=s
उत्सङ्गे उत्सङ्ग pos=n,g=m,c=7,n=s
ततो ततस् pos=i
बलात् बल pos=n,g=n,c=5,n=s
पर्यमर्दत परिमृद् pos=v,p=3,n=s,l=lan
संहृष्टा संहृष् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
कल्याणी कल्याण pos=a,g=f,c=1,n=s
मृदु मृदु pos=a,comp=y
पाणिना पाणि pos=n,g=m,c=3,n=s