महाभारतम् — 3.13.87
Original
Segmented
भीमस्य पादौ कृत्वा तु स्व उत्सङ्गे ततो बलात् पर्यमर्दत संहृष्टा कल्याणी मृदु-पाणिना
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भीमस्य | भीम | pos=n,g=m,c=6,n=s |
पादौ | पाद | pos=n,g=m,c=2,n=d |
कृत्वा | कृ | pos=vi |
तु | तु | pos=i |
स्व | स्व | pos=a,g=m,c=7,n=s |
उत्सङ्गे | उत्सङ्ग | pos=n,g=m,c=7,n=s |
ततो | ततस् | pos=i |
बलात् | बल | pos=n,g=n,c=5,n=s |
पर्यमर्दत | परिमृद् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
संहृष्टा | संहृष् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
कल्याणी | कल्याण | pos=a,g=f,c=1,n=s |
मृदु | मृदु | pos=a,comp=y |
पाणिना | पाणि | pos=n,g=m,c=3,n=s |