महाभारतम् — 3.13.62
Original
Segmented
आत्मा हि जायते तस्याम् तस्मात् जाया भवति उत भर्ता च भार्यया रक्ष्यः कथम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
जायते | जन् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
तस्याम् | तद् | pos=n,g=f,c=7,n=s |
तस्मात् | तद् | pos=n,g=m,c=5,n=s |
जाया | जाया | pos=n,g=f,c=1,n=s |
भवति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
उत | उत | pos=i |
भर्ता | भर्तृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
भार्यया | भार्या | pos=n,g=f,c=3,n=s |
रक्ष्यः | रक्षय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=krtya |
कथम् | कथम् | pos=i |