Original

कथं नु भार्या पार्थानां तव कृष्ण सखी विभो ।धृष्टद्युम्नस्य भगिनी सभां कृष्येत मादृशी ॥ ५३ ॥

Segmented

कथम् नु भार्या पार्थानाम् तव कृष्ण सखी विभो धृष्टद्युम्नस्य भगिनी सभाम् कृष्येत मादृशी

Analysis

Word Lemma Parse
कथम् कथम् pos=i
नु नु pos=i
भार्या भार्या pos=n,g=f,c=1,n=s
पार्थानाम् पार्थ pos=n,g=m,c=6,n=p
तव त्वद् pos=n,g=,c=6,n=s
कृष्ण कृष्ण pos=n,g=m,c=8,n=s
सखी सखी pos=n,g=f,c=1,n=s
विभो विभु pos=a,g=m,c=8,n=s
धृष्टद्युम्नस्य धृष्टद्युम्न pos=n,g=m,c=6,n=s
भगिनी भगिनी pos=n,g=f,c=1,n=s
सभाम् सभा pos=n,g=f,c=2,n=s
कृष्येत कृष् pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin
मादृशी मादृश pos=a,g=f,c=1,n=s