Original

विष्णुस्त्वमसि दुर्धर्ष त्वं यज्ञो मधुसूदन ।यष्टा त्वमसि यष्टव्यो जामदग्न्यो यथाब्रवीत् ॥ ४४ ॥

Segmented

विष्णुस् त्वम् असि दुर्धर्ष त्वम् यज्ञो मधुसूदन यष्टा त्वम् असि यष्टव्यो जामदग्न्यो यथा ब्रवीत्

Analysis

Word Lemma Parse
विष्णुस् विष्णु pos=n,g=m,c=1,n=s
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
असि अस् pos=v,p=2,n=s,l=lat
दुर्धर्ष दुर्धर्ष pos=a,g=m,c=8,n=s
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
यज्ञो यज्ञ pos=n,g=m,c=1,n=s
मधुसूदन मधुसूदन pos=n,g=m,c=8,n=s
यष्टा यष्टृ pos=a,g=m,c=1,n=s
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
असि अस् pos=v,p=2,n=s,l=lat
यष्टव्यो यज् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=krtya
जामदग्न्यो जामदग्न्य pos=n,g=m,c=1,n=s
यथा यथा pos=i
ब्रवीत् ब्रू pos=v,p=3,n=s,l=lan