महाभारतम् — 3.13.31
Original
Segmented
ताम् च भोगवतीम् पुण्याम् ऋषि-कान्ताम् जनार्दन द्वारकाम् आत्मसात् कृत्वा समुद्रम् गमयिष्यसि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
भोगवतीम् | भोगवती | pos=n,g=f,c=2,n=s |
पुण्याम् | पुण्य | pos=a,g=f,c=2,n=s |
ऋषि | ऋषि | pos=n,comp=y |
कान्ताम् | कान्त | pos=a,g=f,c=2,n=s |
जनार्दन | जनार्दन | pos=n,g=m,c=8,n=s |
द्वारकाम् | द्वारका | pos=n,g=f,c=2,n=s |
आत्मसात् | आत्मसात् | pos=i |
कृत्वा | कृ | pos=vi |
समुद्रम् | समुद्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
गमयिष्यसि | गमय् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |