Original

चक्षुषी परिमार्जन्ती निःश्वसन्ती पुनः पुनः ।बाष्पपूर्णेन कण्ठेन क्रुद्धा वचनमब्रवीत् ॥ १११ ॥

Segmented

चक्षुषी परिमार्जन्ती निःश्वसन्ती पुनः पुनः बाष्प-पूर्णेन कण्ठेन क्रुद्धा वचनम् अब्रवीत्

Analysis

Word Lemma Parse
चक्षुषी चक्षुस् pos=n,g=n,c=2,n=d
परिमार्जन्ती परिमृज् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
निःश्वसन्ती निःश्वस् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
पुनः पुनर् pos=i
पुनः पुनर् pos=i
बाष्प बाष्प pos=n,comp=y
पूर्णेन पूर्ण pos=a,g=m,c=3,n=s
कण्ठेन कण्ठ pos=n,g=m,c=3,n=s
क्रुद्धा क्रुध् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
वचनम् वचन pos=n,g=n,c=2,n=s
अब्रवीत् ब्रू pos=v,p=3,n=s,l=lan