महाभारतम् — 3.125.6
Original
Segmented
सुकन्यायाः पितुः च अस्य लोके कीर्तिः प्रथेद् इति अतो मया एतत् विहितम् तव वीर्य-प्रकाशनम् तस्मात् प्रसादम् कुरु मे भवतु एतत् यथा इच्छसि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सुकन्यायाः | सुकन्या | pos=n,g=f,c=6,n=s |
पितुः | पितृ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
च | च | pos=i |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
कीर्तिः | कीर्ति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
प्रथेद् | प्रथ् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
इति | इति | pos=i |
अतो | अतस् | pos=i |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
विहितम् | विधा | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
वीर्य | वीर्य | pos=n,comp=y |
प्रकाशनम् | प्रकाशन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
प्रसादम् | प्रसाद | pos=n,g=m,c=2,n=s |
कुरु | कृ | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
भवतु | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
यथा | यथा | pos=i |
इच्छसि | इष् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |