महाभारतम् — 3.124.24
Original
Segmented
स भक्षयिष्यन् संक्रुद्धः शतक्रतुम् उपाद्रवत् महता घोर-रूपेण लोकान् शब्देन नादयन्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
भक्षयिष्यन् | भक्षय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
संक्रुद्धः | संक्रुध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
शतक्रतुम् | शतक्रतु | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उपाद्रवत् | उपद्रु | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
महता | महत् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
घोर | घोर | pos=a,comp=y |
रूपेण | रूप | pos=n,g=m,c=3,n=s |
लोकान् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=p |
शब्देन | शब्द | pos=n,g=m,c=3,n=s |
नादयन् | नादय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |