महाभारतम् — 3.122.22
Original
Segmented
ततो ऽब्रवीन् महीपालम् च्यवनो भार्गवस् तदा रूप-औदार्य-समायुक्ताम् लोभ-मोह-बलात्कृताम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततो | ततस् | pos=i |
ऽब्रवीन् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
महीपालम् | महीपाल | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च्यवनो | च्यवन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
भार्गवस् | भार्गव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तदा | तदा | pos=i |
रूप | रूप | pos=n,comp=y |
औदार्य | औदार्य | pos=n,comp=y |
समायुक्ताम् | समायुज् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
लोभ | लोभ | pos=n,comp=y |
मोह | मोह | pos=n,comp=y |
बलात्कृताम् | बलात्कृत | pos=a,g=f,c=2,n=s |