महाभारतम् — 3.122.13
Original
Segmented
किम् नु खलु इदम् इति उक्त्वा निर्बिभेद अस्य लोचने अक्रुध्यत् स तया विद्धे नेत्रे परम-मन्युमत् ततः शर्याति-सैन्यस्य शकृत्-मूत्रम् समावृणोत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
नु | नु | pos=i |
खलु | खलु | pos=i |
इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
इति | इति | pos=i |
उक्त्वा | वच् | pos=vi |
निर्बिभेद | निर्भिद् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
लोचने | लोचन | pos=n,g=n,c=2,n=d |
अक्रुध्यत् | क्रुध् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तया | तद् | pos=n,g=f,c=3,n=s |
विद्धे | व्यध् | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
नेत्रे | नेत्र | pos=n,g=n,c=7,n=s |
परम | परम | pos=a,comp=y |
मन्युमत् | मन्युमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
ततः | ततस् | pos=i |
शर्याति | शर्याति | pos=n,comp=y |
सैन्यस्य | सैन्य | pos=n,g=n,c=6,n=s |
शकृत् | शकृत् | pos=n,comp=y |
मूत्रम् | मूत्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
समावृणोत् | समावृ | pos=v,p=3,n=s,l=lan |