महाभारतम् — 3.120.3
Original
Segmented
येषाम् तथा राम समारभन्ते कार्याणि नाथाः स्व-मतेन लोके ते नाथवन्तः पुरुष-प्रवीराः न अनाथ-वत् कृच्छ्रम् अवाप्नुवन्ति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
येषाम् | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
तथा | तथा | pos=i |
राम | राम | pos=n,g=m,c=8,n=s |
समारभन्ते | समारभ् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
कार्याणि | कार्य | pos=n,g=n,c=2,n=p |
नाथाः | नाथ | pos=n,g=m,c=1,n=p |
स्व | स्व | pos=a,comp=y |
मतेन | मत | pos=n,g=n,c=3,n=s |
लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
नाथवन्तः | नाथवत् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
पुरुष | पुरुष | pos=n,comp=y |
प्रवीराः | प्रवीर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
न | न | pos=i |
अनाथ | अनाथ | pos=a,comp=y |
वत् | वत् | pos=i |
कृच्छ्रम् | कृच्छ्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अवाप्नुवन्ति | अवाप् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |