Original

स भीमेन परामृष्टो दुर्बलो बलिना रणे ।व्यस्पन्दत यथाप्राणं विचकर्ष च पाण्डवम् ॥ ६० ॥

Segmented

स भीमेन परामृष्टो दुर्बलो बलिना रणे व्यस्पन्दत यथाप्राणम् विचकर्ष च पाण्डवम्

Analysis

Word Lemma Parse
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
भीमेन भीम pos=n,g=m,c=3,n=s
परामृष्टो परामृश् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
दुर्बलो दुर्बल pos=a,g=m,c=1,n=s
बलिना बलिन् pos=a,g=m,c=3,n=s
रणे रण pos=n,g=m,c=7,n=s
व्यस्पन्दत विस्पन्द् pos=v,p=3,n=s,l=lan
यथाप्राणम् यथाप्राणम् pos=i
विचकर्ष विकृष् pos=v,p=3,n=s,l=lit
pos=i
पाण्डवम् पाण्डव pos=n,g=m,c=2,n=s