Original

निवार्य भीमो जिष्णुं तु तद्रक्षो घोरदर्शनम् ।अभिद्रुत्याब्रवीद्वाक्यं तिष्ठ तिष्ठेति भारत ॥ ४१ ॥

Segmented

निवार्य भीमो जिष्णुम् तु तद् रक्षो घोर-दर्शनम् अभिद्रुत्य अब्रवीत् वाक्यम् तिष्ठ तिष्ठ इति भारत

Analysis

Word Lemma Parse
निवार्य निवारय् pos=vi
भीमो भीम pos=n,g=m,c=1,n=s
जिष्णुम् जिष्णु pos=n,g=m,c=2,n=s
तु तु pos=i
तद् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
रक्षो रक्षस् pos=n,g=n,c=2,n=s
घोर घोर pos=a,comp=y
दर्शनम् दर्शन pos=n,g=n,c=2,n=s
अभिद्रुत्य अभिद्रु pos=vi
अब्रवीत् ब्रू pos=v,p=3,n=s,l=lan
वाक्यम् वाक्य pos=n,g=n,c=2,n=s
तिष्ठ स्था pos=v,p=2,n=s,l=lot
तिष्ठ स्था pos=v,p=2,n=s,l=lot
इति इति pos=i
भारत भारत pos=a,g=m,c=8,n=s