महाभारतम् — 3.12.37
Original
Segmented
एनम् हि विपुल-प्राणम् अद्य हत्वा वृकोदरम् संभक्ष्य जरयिष्यामि यथा अगस्त्यः महासुरम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एनम् | एनद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
हि | हि | pos=i |
विपुल | विपुल | pos=a,comp=y |
प्राणम् | प्राण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अद्य | अद्य | pos=i |
हत्वा | हन् | pos=vi |
वृकोदरम् | वृकोदर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
संभक्ष्य | सम्भक्ष् | pos=vi |
जरयिष्यामि | जरय् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
यथा | यथा | pos=i |
अगस्त्यः | अगस्त्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
महासुरम् | महासुर | pos=n,g=m,c=2,n=s |