महाभारतम् — 3.12.30
Original
Segmented
सो ऽयम् आसादितो दिष्ट्या भ्रातृ-हा काङ्क्षितः चिरम् अनेन हि मम भ्राता बको विनिहतः प्रियः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
आसादितो | आसादय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
दिष्ट्या | दिष्टि | pos=n,g=f,c=3,n=s |
भ्रातृ | भ्रातृ | pos=n,comp=y |
हा | हन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
काङ्क्षितः | काङ्क्ष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
चिरम् | चिरम् | pos=i |
अनेन | इदम् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
हि | हि | pos=i |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
भ्राता | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
बको | बक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विनिहतः | विनिहन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
प्रियः | प्रिय | pos=a,g=m,c=1,n=s |