महाभारतम् — 3.12.2
Original
Segmented
विदुर उवाच शृणु भीमस्य कर्म इदम् अतिमानुष-कर्मणः श्रुत-पूर्वम् मया तेषाम् कथा-अन्तेषु पुनः पुनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
विदुर | विदुर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
शृणु | श्रु | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
भीमस्य | भीम | pos=n,g=m,c=6,n=s |
कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
इदम् | इदम् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अतिमानुष | अतिमानुष | pos=a,comp=y |
कर्मणः | कर्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
श्रुत | श्रु | pos=va,comp=y,f=part |
पूर्वम् | पूर्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
कथा | कथा | pos=n,comp=y |
अन्तेषु | अन्त | pos=n,g=m,c=7,n=p |
पुनः | पुनर् | pos=i |
पुनः | पुनर् | pos=i |