महाभारतम् — 3.115.9
Original
Segmented
अकृतव्रण उवाच कन्यकुब्जे महान् आसीत् पार्थिवः सु महा-बलः गाधी इति विश्रुतो लोके वन-वासम् जगाम सः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अकृतव्रण | अकृतव्रण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
कन्यकुब्जे | कन्यकुब्ज | pos=n,g=n,c=7,n=s |
महान् | महत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
आसीत् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
पार्थिवः | पार्थिव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सु | सु | pos=i |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
बलः | बल | pos=n,g=m,c=1,n=s |
गाधी | गाधिन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इति | इति | pos=i |
विश्रुतो | विश्रु | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
वन | वन | pos=n,comp=y |
वासम् | वास | pos=n,g=m,c=2,n=s |
जगाम | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
सः | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |