Original

हृते पशौ तदा देवास्तमूचुर्भरतर्षभ ।मा परस्वमभिद्रोग्धा मा धर्मान्सकलान्नशीः ॥ ८ ॥

Segmented

हृते पशौ तदा देवास् तम् ऊचुः भरत-ऋषभ मा पर-स्वम् अभिद्रोग्धा मा धर्मान् सकलान् नशीः

Analysis

Word Lemma Parse
हृते हृ pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part
पशौ पशु pos=n,g=m,c=7,n=s
तदा तदा pos=i
देवास् देव pos=n,g=m,c=1,n=p
तम् तद् pos=n,g=m,c=2,n=s
ऊचुः वच् pos=v,p=3,n=p,l=lit
भरत भरत pos=n,comp=y
ऋषभ ऋषभ pos=n,g=m,c=8,n=s
मा मा pos=i
पर पर pos=n,comp=y
स्वम् स्व pos=n,g=n,c=2,n=s
अभिद्रोग्धा अभिद्रुह् pos=v,p=3,n=s,l=lrt
मा मा pos=i
धर्मान् धर्म pos=n,g=m,c=2,n=p
सकलान् सकल pos=a,g=m,c=2,n=p
नशीः नश् pos=v,p=2,n=s,l=lun_unaug