महाभारतम् — 3.114.25
Original
Segmented
अग्निः मित्रो योनिः आपो ऽथ देव्यो विष्णो रेतः त्वम् अमृतस्य नाभिः एवम् ब्रुवन् पाण्डव सत्य-वाक्यम् वेदीम् इमाम् त्वम् तरसा अधिरोह
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अग्निः | अग्नि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
मित्रो | मित्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
योनिः | योनि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
आपो | अप् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ऽथ | अथ | pos=i |
देव्यो | देवी | pos=n,g=f,c=1,n=p |
विष्णो | विष्णु | pos=n,g=m,c=8,n=s |
रेतः | रेतस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
अमृतस्य | अमृत | pos=n,g=n,c=6,n=s |
नाभिः | नाभि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
एवम् | एवम् | pos=i |
ब्रुवन् | ब्रू | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
पाण्डव | पाण्डव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
सत्य | सत्य | pos=a,comp=y |
वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
वेदीम् | वेदि | pos=n,g=f,c=2,n=s |
इमाम् | इदम् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
तरसा | तरस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
अधिरोह | अधिरुह् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |