महाभारतम् — 3.111.11
Original
Segmented
वेश्या उवाच मे आश्रमः काश्यप-पुत्र रम्यस् त्रि-योजनम् शैलम् इमम् परेण तत्र स्वधर्मो ऽनभिवादनम् नो न च उदकम् पाद्यम् उपस्पृशामः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वेश्या | वेश्या | pos=n,g=f,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
आश्रमः | आश्रम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
काश्यप | काश्यप | pos=n,comp=y |
पुत्र | पुत्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
रम्यस् | रम्य | pos=a,g=m,c=1,n=s |
त्रि | त्रि | pos=n,comp=y |
योजनम् | योजन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
शैलम् | शैल | pos=n,g=m,c=2,n=s |
इमम् | इदम् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
परेण | पर | pos=n,g=m,c=3,n=s |
तत्र | तत्र | pos=i |
स्वधर्मो | स्वधर्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽनभिवादनम् | अनभिवादन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
नो | मद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
न | न | pos=i |
च | च | pos=i |
उदकम् | उदक | pos=n,g=n,c=2,n=s |
पाद्यम् | पाद्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
उपस्पृशामः | उपस्पृश् | pos=v,p=1,n=p,l=lat |