महाभारतम् — 3.109.8
Original
Segmented
स वै संभाष्यमाणो ऽन्यैः कोपाद् गिरिम् उवाच ह य इह व्याहरेत् कश्चिद् उपलान् उत्सृजेस् तदा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वै | वै | pos=i |
संभाष्यमाणो | सम्भाष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ऽन्यैः | अन्य | pos=n,g=m,c=3,n=p |
कोपाद् | कोप | pos=n,g=m,c=5,n=s |
गिरिम् | गिरि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ह | ह | pos=i |
य | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इह | इह | pos=i |
व्याहरेत् | व्याहृ | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
कश्चिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उपलान् | उपल | pos=n,g=m,c=2,n=p |
उत्सृजेस् | उत्सृज् | pos=v,p=2,n=s,l=vidhilin |
तदा | तदा | pos=i |