महाभारतम् — 3.108.19
Original
Segmented
समुद्रः च यथा पीतः कारण-अर्थे महात्मना वातापिः च यथा नीतः क्षयम् स ब्रह्म-हा प्रभो अगस्त्येन महा-राज यत् माम् त्वम् परिपृच्छसि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
समुद्रः | समुद्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
यथा | यथा | pos=i |
पीतः | पा | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
कारण | कारण | pos=n,comp=y |
अर्थे | अर्थ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
महात्मना | महात्मन् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
वातापिः | वातापि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
यथा | यथा | pos=i |
नीतः | नी | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
क्षयम् | क्षय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,comp=y |
हा | हन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
प्रभो | प्रभु | pos=n,g=m,c=8,n=s |
अगस्त्येन | अगस्त्य | pos=n,g=m,c=3,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
राज | राज | pos=n,g=m,c=8,n=s |
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
परिपृच्छसि | परिप्रच्छ् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |