Original

एतच्छ्रुत्वा वचो राजा प्रातिष्ठत भगीरथः ।यत्र तानि शरीराणि सागराणां महात्मनाम् ।पावनार्थं नरश्रेष्ठ पुण्येन सलिलेन ह ॥ १४ ॥

Segmented

एतत् श्रुत्वा वचो राजा प्रातिष्ठत भगीरथः यत्र तानि शरीराणि सागराणाम् महात्मनाम् पावन-अर्थम् नर-श्रेष्ठ पुण्येन सलिलेन ह

Analysis

Word Lemma Parse
एतत् एतद् pos=n,g=n,c=2,n=s
श्रुत्वा श्रु pos=vi
वचो वचस् pos=n,g=n,c=2,n=s
राजा राजन् pos=n,g=m,c=1,n=s
प्रातिष्ठत प्रस्था pos=v,p=3,n=s,l=lan
भगीरथः भगीरथ pos=n,g=m,c=1,n=s
यत्र यत्र pos=i
तानि तद् pos=n,g=n,c=1,n=p
शरीराणि शरीर pos=n,g=n,c=1,n=p
सागराणाम् सागर pos=n,g=m,c=6,n=p
महात्मनाम् महात्मन् pos=a,g=m,c=6,n=p
पावन पावन pos=n,comp=y
अर्थम् अर्थ pos=n,g=m,c=2,n=s
नर नर pos=n,comp=y
श्रेष्ठ श्रेष्ठ pos=a,g=m,c=8,n=s
पुण्येन पुण्य pos=a,g=n,c=3,n=s
सलिलेन सलिल pos=n,g=n,c=3,n=s
pos=i