महाभारतम् — 3.107.25
Original
Segmented
ततस् तेन समागम्य काल-योगेन केनचित् अगृह्णात् च वरम् तस्माद् गङ्गाया धारणम् नृप स्वर्ग-वासम् समुद्दिश्य पितॄणाम् स नर-उत्तमः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततस् | ततस् | pos=i |
तेन | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
समागम्य | समागम् | pos=vi |
काल | काल | pos=n,comp=y |
योगेन | योग | pos=n,g=m,c=3,n=s |
केनचित् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
अगृह्णात् | ग्रह् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
च | च | pos=i |
वरम् | वर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तस्माद् | तद् | pos=n,g=m,c=5,n=s |
गङ्गाया | गङ्गा | pos=n,g=f,c=6,n=s |
धारणम् | धारण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
नृप | नृप | pos=n,g=m,c=8,n=s |
स्वर्ग | स्वर्ग | pos=n,comp=y |
वासम् | वास | pos=n,g=m,c=2,n=s |
समुद्दिश्य | समुद्दिश् | pos=vi |
पितॄणाम् | पितृ | pos=n,g=m,c=6,n=p |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
नर | नर | pos=n,comp=y |
उत्तमः | उत्तम | pos=a,g=m,c=1,n=s |