महाभारतम् — 3.107.22
Original
Segmented
न शक्तस् त्रिषु लोकेषु कश्चिद् धारयितुम् नृप अन्यत्र विबुध-श्रेष्ठात् नीलकण्ठात् महेश्वरात्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
शक्तस् | शक् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
त्रिषु | त्रि | pos=n,g=m,c=7,n=p |
लोकेषु | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=p |
कश्चिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
धारयितुम् | धारय् | pos=vi |
नृप | नृप | pos=n,g=m,c=8,n=s |
अन्यत्र | अन्यत्र | pos=i |
विबुध | विबुध | pos=n,comp=y |
श्रेष्ठात् | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=5,n=s |
नीलकण्ठात् | नीलकण्ठ | pos=n,g=m,c=5,n=s |
महेश्वरात् | महेश्वर | pos=n,g=m,c=5,n=s |