महाभारतम् — 3.101.2
Original
Segmented
लोका हि एवम् वर्तयन्ति अन्योन्यम् समुपाश्रिताः त्वद्-प्रसादात् निरुद्विग्नास् त्वया एव परिरक्षिताः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
लोका | लोक | pos=n,g=m,c=1,n=p |
हि | हि | pos=i |
एवम् | एवम् | pos=i |
वर्तयन्ति | वर्तय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
अन्योन्यम् | अन्योन्य | pos=n,g=m,c=2,n=s |
समुपाश्रिताः | समुपाश्रि | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
प्रसादात् | प्रसाद | pos=n,g=m,c=5,n=s |
निरुद्विग्नास् | निरुद्विग्न | pos=a,g=m,c=1,n=p |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
एव | एव | pos=i |
परिरक्षिताः | परिरक्ष् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |