Original

समेत्य समहेन्द्राश्च भयान्मन्त्रं प्रचक्रिरे ।नारायणं पुरस्कृत्य वैकुण्ठमपराजितम् ॥ १७ ॥

Segmented

समेत्य समहेन्द्राः च भयान् मन्त्रम् प्रचक्रिरे नारायणम् पुरस्कृत्य वैकुण्ठम् अपराजितम्

Analysis

Word Lemma Parse
समेत्य समे pos=vi
समहेन्द्राः समहेन्द्र pos=a,g=m,c=1,n=p
pos=i
भयान् भय pos=n,g=n,c=5,n=s
मन्त्रम् मन्त्र pos=n,g=n,c=2,n=s
प्रचक्रिरे प्रकृ pos=v,p=3,n=p,l=lit
नारायणम् नारायण pos=n,g=m,c=2,n=s
पुरस्कृत्य पुरस्कृ pos=vi
वैकुण्ठम् वैकुण्ठ pos=n,g=m,c=2,n=s
अपराजितम् अपराजित pos=a,g=m,c=2,n=s