महाभारतम् — 3.10.1
Original
Segmented
धृतराष्ट्र उवाच भगवन् न अहम् अप्य् एतद् रोचये द्यूत-संस्तवम् मन्ये तद् विधिना आक्रम्य कारितो अस्मि इति वै मुने
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
धृतराष्ट्र | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
भगवन् | भगवत् | pos=a,g=m,c=8,n=s |
न | न | pos=i |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
अप्य् | अपि | pos=i |
एतद् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
रोचये | रोचय् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
द्यूत | द्यूत | pos=n,comp=y |
संस्तवम् | संस्तव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
मन्ये | मन् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
विधिना | विधि | pos=n,g=m,c=3,n=s |
आक्रम्य | आक्रम् | pos=vi |
कारितो | कारय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
अस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
इति | इति | pos=i |
वै | वै | pos=i |
मुने | मुनि | pos=n,g=m,c=8,n=s |