Original

अन्तःसलिलमास्थाय विहिता विश्वकर्मणा ।दिव्यरत्नमयैर्वृक्षैः फलपुष्पप्रदैर्युता ॥ २ ॥

Segmented

अन्तः सलिलम् आस्थाय विहिता विश्वकर्मणा दिव्य-रत्न-मयैः वृक्षैः फल-पुष्प-प्रदैः युता

Analysis

Word Lemma Parse
अन्तः अन्तर् pos=i
सलिलम् सलिल pos=n,g=n,c=2,n=s
आस्थाय आस्था pos=vi
विहिता विधा pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
विश्वकर्मणा विश्वकर्मन् pos=n,g=m,c=3,n=s
दिव्य दिव्य pos=a,comp=y
रत्न रत्न pos=n,comp=y
मयैः मय pos=a,g=m,c=3,n=p
वृक्षैः वृक्ष pos=n,g=m,c=3,n=p
फल फल pos=n,comp=y
पुष्प पुष्प pos=n,comp=y
प्रदैः प्रद pos=a,g=m,c=3,n=p
युता युत pos=a,g=f,c=1,n=s