Original

हन्तास्मि तरसा युद्धे त्वां विक्रम्य सबान्धवम् ।यदि स्थास्यसि संग्रामे क्षत्रधर्मेण सौबल ॥ ४१ ॥

Segmented

हन्तास्मि तरसा युद्धे त्वाम् विक्रम्य स बान्धवम् यदि स्थास्यसि संग्रामे क्षत्र-धर्मेण सौबल

Analysis

Word Lemma Parse
हन्तास्मि हन् pos=v,p=1,n=s,l=lrt
तरसा तरस् pos=n,g=n,c=3,n=s
युद्धे युद्ध pos=n,g=n,c=7,n=s
त्वाम् त्वद् pos=n,g=,c=2,n=s
विक्रम्य विक्रम् pos=vi
pos=i
बान्धवम् बान्धव pos=n,g=m,c=2,n=s
यदि यदि pos=i
स्थास्यसि स्था pos=v,p=2,n=s,l=lrt
संग्रामे संग्राम pos=n,g=m,c=7,n=s
क्षत्र क्षत्र pos=n,comp=y
धर्मेण धर्म pos=n,g=m,c=3,n=s
सौबल सौबल pos=n,g=m,c=8,n=s