महाभारतम् — 2.68.17
Original
Segmented
यथा तुदसि मर्माणि वाच्-शरैः इह नो भृशम् तथा स्मारयिता ते ऽहम् कृत् मर्माणि संयुगे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यथा | यथा | pos=i |
तुदसि | तुद् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
मर्माणि | मर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=p |
वाच् | वाच् | pos=n,comp=y |
शरैः | शर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
इह | इह | pos=i |
नो | मद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
भृशम् | भृशम् | pos=i |
तथा | तथा | pos=i |
स्मारयिता | स्मारय् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
कृत् | कृत् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
मर्माणि | मर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=p |
संयुगे | संयुग | pos=n,g=n,c=7,n=s |