महाभारतम् — 2.63.33
Original
Segmented
धृतराष्ट्र उवाच तृतीयम् वरय मद् न असि द्वाभ्याम् सु सत्कृता त्वम् हि सर्व-स्नुषानाम् मे श्रेयसी धर्म-चारिणी
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
धृतराष्ट्र | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तृतीयम् | तृतीय | pos=a,g=m,c=2,n=s |
वरय | वरय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
मद् | मद् | pos=n,g=m,c=5,n=p |
न | न | pos=i |
असि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
द्वाभ्याम् | द्वि | pos=n,g=m,c=3,n=d |
सु | सु | pos=i |
सत्कृता | सत्कृ | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
स्नुषानाम् | स्नुषा | pos=n,g=f,c=6,n=p |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
श्रेयसी | श्रेयस् | pos=a,g=f,c=1,n=s |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
चारिणी | चारिन् | pos=a,g=f,c=1,n=s |