महाभारतम् — 2.63.31
Original
Segmented
धृतराष्ट्र उवाच द्वितीयम् ते वरम् भद्रे ददामि वरयस्व माम् मनो हि मे वितरति न एकम् त्वम् वरम् अर्हसि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
धृतराष्ट्र | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
द्वितीयम् | द्वितीय | pos=a,g=m,c=2,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
वरम् | वर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
भद्रे | भद्र | pos=a,g=f,c=8,n=s |
ददामि | दा | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
वरयस्व | वरय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
मनो | मनस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
वितरति | वितृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
न | न | pos=i |
एकम् | एक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
वरम् | वर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |