Original

हतोऽसि दुर्योधन मन्दबुद्धे यस्त्वं सभायां कुरुपुंगवानाम् ।स्त्रियं समाभाषसि दुर्विनीत विशेषतो द्रौपदीं धर्मपत्नीम् ॥ २५ ॥

Segmented

हतो ऽसि दुर्योधन मन्द-बुद्धे यः त्वम् सभायाम् कुरु-पुंगवानाम् स्त्रियम् समाभाषसि दुर्विनीत विशेषतो द्रौपदीम् धर्मपत्नीम्

Analysis

Word Lemma Parse
हतो हन् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
ऽसि अस् pos=v,p=2,n=s,l=lat
दुर्योधन दुर्योधन pos=n,g=m,c=8,n=s
मन्द मन्द pos=a,comp=y
बुद्धे बुद्धि pos=n,g=m,c=8,n=s
यः यद् pos=n,g=m,c=1,n=s
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
सभायाम् सभा pos=n,g=f,c=7,n=s
कुरु कुरु pos=n,comp=y
पुंगवानाम् पुंगव pos=n,g=m,c=6,n=p
स्त्रियम् स्त्री pos=n,g=f,c=2,n=s
समाभाषसि समाभाष् pos=v,p=2,n=s,l=lat
दुर्विनीत दुर्विनीत pos=a,g=m,c=8,n=s
विशेषतो विशेषतः pos=i
द्रौपदीम् द्रौपदी pos=n,g=f,c=2,n=s
धर्मपत्नीम् धर्मपत्नी pos=n,g=f,c=2,n=s