Original

न हि मुच्येत जीवन्मे पदा भूमिमुपस्पृशन् ।मर्त्यधर्मा परामृश्य पाञ्चाल्या मूर्धजानिमान् ॥ ३४ ॥

Segmented

न हि मुच्येत जीवन् मे पदा भूमिम् उपस्पृशन् मर्त्य-धर्मा परामृश्य पाञ्चाल्या मूर्धजान् इमान्

Analysis

Word Lemma Parse
pos=i
हि हि pos=i
मुच्येत मुच् pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin
जीवन् जीव् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
पदा पद् pos=n,g=m,c=3,n=s
भूमिम् भूमि pos=n,g=f,c=2,n=s
उपस्पृशन् उपस्पृश् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
मर्त्य मर्त्य pos=n,comp=y
धर्मा धर्मन् pos=n,g=m,c=1,n=s
परामृश्य परामृश् pos=vi
पाञ्चाल्या पाञ्चाली pos=n,g=f,c=6,n=s
मूर्धजान् मूर्धज pos=n,g=m,c=2,n=p
इमान् इदम् pos=n,g=m,c=2,n=p