महाभारतम् — 2.62.14
Original
Segmented
भीष्म उवाच उक्तवान् अस्मि कल्याणि धर्मस्य तु पराम् गतिम् लोके न शक्यते गन्तुम् अपि विप्रैः महात्मभिः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भीष्म | भीष्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
उक्तवान् | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
अस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
कल्याणि | कल्याण | pos=a,g=f,c=8,n=s |
धर्मस्य | धर्म | pos=n,g=m,c=6,n=s |
तु | तु | pos=i |
पराम् | पर | pos=n,g=f,c=2,n=s |
गतिम् | गति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
न | न | pos=i |
शक्यते | शक् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
गन्तुम् | गम् | pos=vi |
अपि | अपि | pos=i |
विप्रैः | विप्र | pos=n,g=m,c=3,n=p |
महात्मभिः | महात्मन् | pos=a,g=m,c=3,n=p |