महाभारतम् — 2.60.41
Original
Segmented
त्यजेत सर्वाम् पृथिवीम् समृद्धाम् युधिष्ठिरः सत्यम् अथो न जह्यात् उक्तम् जितो अस्मि इति च पाण्डवेन तस्मात् न शक्नोमि विवेक्तुम् एतत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
त्यजेत | त्यज् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
सर्वाम् | सर्व | pos=n,g=f,c=2,n=s |
पृथिवीम् | पृथिवी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
समृद्धाम् | समृध् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
युधिष्ठिरः | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सत्यम् | सत्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अथो | अथो | pos=i |
न | न | pos=i |
जह्यात् | हा | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
उक्तम् | वच् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
जितो | जि | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
अस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
इति | इति | pos=i |
च | च | pos=i |
पाण्डवेन | पाण्डव | pos=n,g=m,c=3,n=s |
तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
न | न | pos=i |
शक्नोमि | शक् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
विवेक्तुम् | विविच् | pos=vi |
एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |