महाभारतम् — 2.60.38
Original
Segmented
कर्णः तु तद् वाक्यम् अतीव हृष्टः संपूजयामास हसन् स शब्दम् गान्धार-राजः सुबलस्य पुत्रस् तथा एव दुःशासनम् अभ्यनन्दत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कर्णः | कर्ण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अतीव | अतीव | pos=i |
हृष्टः | हृष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
संपूजयामास | सम्पूजय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
हसन् | हस् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
स | स | pos=i |
शब्दम् | शब्द | pos=n,g=n,c=2,n=s |
गान्धार | गान्धार | pos=n,comp=y |
राजः | राज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सुबलस्य | सुबल | pos=n,g=m,c=6,n=s |
पुत्रस् | पुत्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तथा | तथा | pos=i |
एव | एव | pos=i |
दुःशासनम् | दुःशासन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अभ्यनन्दत् | अभिनन्द् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |