Original

प्रकीर्णकेशी पतितार्धवस्त्रा दुःशासनेन व्यवधूयमाना ।ह्रीमत्यमर्षेण च दह्यमाना शनैरिदं वाक्यमुवाच कृष्णा ॥ २८ ॥

Segmented

प्रकीर्ण-केशी पतित-अर्ध-वस्त्रा दुःशासनेन व्यवधूयमाना ह्रीमती अमर्षेण च दह्यमाना शनैः इदम् वाक्यम् उवाच कृष्णा

Analysis

Word Lemma Parse
प्रकीर्ण प्रक्￞ pos=va,comp=y,f=part
केशी केश pos=a,g=f,c=1,n=s
पतित पत् pos=va,comp=y,f=part
अर्ध अर्ध pos=a,comp=y
वस्त्रा वस्त्र pos=n,g=f,c=1,n=s
दुःशासनेन दुःशासन pos=n,g=m,c=3,n=s
व्यवधूयमाना व्यवधू pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
ह्रीमती ह्रीमत् pos=a,g=f,c=1,n=s
अमर्षेण अमर्ष pos=n,g=m,c=3,n=s
pos=i
दह्यमाना दह् pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part
शनैः शनैस् pos=i
इदम् इदम् pos=n,g=n,c=2,n=s
वाक्यम् वाक्य pos=n,g=n,c=2,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
कृष्णा कृष्णा pos=n,g=f,c=1,n=s