Original

स तां परामृश्य सभासमीपमानीय कृष्णामतिकृष्णकेशीम् ।दुःशासनो नाथवतीमनाथवच्चकर्ष वायुः कदलीमिवार्ताम् ॥ २४ ॥

Segmented

स ताम् परामृश्य सभ-समीपम् आनीय कृष्णाम् अति कृष्ण-केशीम् दुःशासनो नाथवतीम् अनाथ-वत् चकर्ष वायुः कदलीम् इव आर्ताम्

Analysis

Word Lemma Parse
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
ताम् तद् pos=n,g=f,c=2,n=s
परामृश्य परामृश् pos=vi
सभ सभा pos=n,comp=y
समीपम् समीप pos=n,g=n,c=2,n=s
आनीय आनी pos=vi
कृष्णाम् कृष्णा pos=n,g=f,c=2,n=s
अति अति pos=i
कृष्ण कृष्ण pos=n,comp=y
केशीम् केश pos=a,g=f,c=2,n=s
दुःशासनो दुःशासन pos=n,g=m,c=1,n=s
नाथवतीम् नाथवत् pos=a,g=f,c=2,n=s
अनाथ अनाथ pos=a,comp=y
वत् वत् pos=i
चकर्ष कृष् pos=v,p=3,n=s,l=lit
वायुः वायु pos=n,g=m,c=1,n=s
कदलीम् कदल pos=n,g=f,c=2,n=s
इव इव pos=i
आर्ताम् आर्त pos=a,g=f,c=2,n=s