Original

ये राजसूयावभृथे जलेन महाक्रतौ मन्त्रपूतेन सिक्ताः ।ते पाण्डवानां परिभूय वीर्यं बलात्प्रमृष्टा धृतराष्ट्रजेन ॥ २३ ॥

Segmented

ये राजसूय-अवभृथे जलेन महा-क्रतौ मन्त्र-पूतेन सिक्ताः ते पाण्डवानाम् परिभूय वीर्यम् बलात् प्रमृष्टा धृतराष्ट्र-जेन

Analysis

Word Lemma Parse
ये यद् pos=n,g=m,c=1,n=p
राजसूय राजसूय pos=n,comp=y
अवभृथे अवभृथ pos=n,g=m,c=7,n=s
जलेन जल pos=n,g=n,c=3,n=s
महा महत् pos=a,comp=y
क्रतौ क्रतु pos=n,g=m,c=7,n=s
मन्त्र मन्त्र pos=n,comp=y
पूतेन पू pos=va,g=n,c=3,n=s,f=part
सिक्ताः सिच् pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part
ते तद् pos=n,g=m,c=1,n=p
पाण्डवानाम् पाण्डव pos=n,g=m,c=6,n=p
परिभूय परिभू pos=vi
वीर्यम् वीर्य pos=n,g=n,c=2,n=s
बलात् बल pos=n,g=n,c=5,n=s
प्रमृष्टा प्रमृज् pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part
धृतराष्ट्र धृतराष्ट्र pos=n,comp=y
जेन pos=a,g=m,c=3,n=s